उत्तराखंड राज्य में पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यही नहीं, प्रदेश की नदियां जहां अपने पूरे उफान पर चल रही हैं तो वहीं, प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगहों से भूस्खलन जैसी सूचनाएं मिल रही है। यही नहीं, बीती रात उत्तरकाशी मैं बादल फटने की वजह से तीन लोगों की मौत और 4 लोग घायल हो चुके हैं। मौजूदा समय में प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान जारी है।
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लगातार हो रहे मूसलाधार बारिश के कारण मांडो और निराकोट के ऊपर बादल फटने के कारण गदेरे उफान पर आ गए। जिस कारण सबसे ज्यादा नुकसान मांडो गांव में हुआ है। जहां पर 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया है. वहीं, 4 से 5 मकान जमींदोज को हो गए हैं. मांडो गांव में NDRF और SDRF रेस्क्यू टीम ने दो महिलाओं और एक बच्ची का शव बरामद कर लिया है। इसके साथ चार घायल मजदूरों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, मलबे में दबे एक बुजुर्ग को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। इसके अलावा भटवाड़ी विकासखण्ड के कंकराड़ी गांव में भी गदेरा उफान पर आने के कारण एक व्यक्ति के बहने की सूचना है।
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मिली जानकारी के अनुसार रविवार की रात साढ़े 8 बजे उत्तरकाशी जिले के मांडो, निराकोट सहित कंकराड़ी गांव में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिला। मांडो गांव के बीचोंबीच बहने वाला गदेरा तबाही लेकर आया। वहीं, सूचना मिलने पर मांडो गांव में एसडीएम भटवाड़ी सहित आपदा प्रबधन अधिकारी और सीओ पुलिस और नगर कोतवाल सहित SDRF और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। मांडो गांव में करीब 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया है। गनीमत ये रही कि गदेरे में पानी बढ़ते ही लोग अपने घरों को छोड़कर भाग गए।
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तो वही, टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के ग्राम मेड (बालगंगा) में बादल फटने से लोगो मे भय का माहौल पैदा हो गया है। हालांकि, अभी फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नही है। लेकिन कुछ घरों में मालवा जरूर घुस गया है। स्थानीय लोगो के अनुसार आज सुबह 4 बजे बादल फटने की घटना हुई है। जिसके बाद से ही स्थानीय लोग डरे हुए है।