धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे के घर वापसी के बाद ही उत्तराखंड की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। ऐसे में भाजपा साल 2016 में कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए बागी नेताओं से लगातार संवाद स्थापित कर रही है। ताकि उनके मन को टटोला जा सके। इसी क्रम में मंगलवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के बीच करीब 1 घंटे बंद कमरे में बातचीत हुई।
हालांकि, यह बातचीत पूर्ण रूप से राजनीतिक ही थी और अकेले यह लगाई जा रही है की यशपाल आर्य के जाने के बाद जो चर्चाएं चल रही थी कि हरक सिंह रावत भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं उन्हीं चर्चाओं के संबंध में मदन कौशिक ने हरक सिंह रावत से बातचीत की है। दोनों नेताओं के इस बातचीत के दौरान क्या कुछ चर्चाएं हुई यह सार्वजनिक नहीं किया गया लेकिन मदन कौशिक से मुलाकात के बाद हरक सिंह रावत ने साफ शब्दों में यह कह दिया कि वह लगातार मदन कौशिक से मिलते रहे हैं और यह मुलाकात राजनीति थी।
यही नहीं, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने बड़ा बयान देते हुए 2022 विधानसभा चुनाव न लड़ने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि उन्होंने कहा कि वो 20 साल से सदन में लोगों की आवाज को बुलंद कर रहे है। लेकिन अब वो विधानसभा चुनाव नही लड़ना चाहते, इस बात की जानकारी उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी दी है।
हरक सिंह रावत का एक तरह से चुनावी स्टंट माना जा रहा है क्योंकि पहले भी चर्चाएं उठ चुकी हैं कि हरक सिंह रावत चुनाव ना लड़कर अपनी बहू को चुनाव लड़ना चाहते हैं ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव से महज कुछ महीने पहले ही हरक सिंह रावत का यह बयान कई सवाल खड़े कर रहा है। ऐसे में हरक सिंह रावत क्या वास्तव में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह भविष्य के गर्भ में है लेकिन फिलहाल यह तय है कि हरक सिंह रावत अभी से ही इस बात को स्पष्ट करना शुरू कर दिया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।