बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ विवाद मामले में उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी सामने आ गए हैं। सतपाल महाराज ने कहा कि वो विधायक काऊ के साथ हैं। हालांकि, सतपाल महाराज इस पूरे मामले में आपसी बातचीत के जरिए हल निकालने की बात कह रहे हैं। लेकिन विधायक काऊ के साथ खड़े होने की बात कहकर राजनीतिक तौर पर विधायक काऊ के विरोधियों पर निशाना भी साधा है।
आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं, और ये सभी नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। इन नेताओं के साथ कई और कांग्रेसी भी पूर्व में बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस पृष्ठभूमि से जुड़े नेताओं का आरोप है कि बीजेपी के तमाम नेता उनको आज तक स्वीकार नहीं कर पाए हैं। उनके समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार किए जाते रहे है। इसी कड़ी में पिछले दिनों रायपुर विधानसभा में विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ भी कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं ने अभद्रता की थी इस तरह के आरोप विधायक काऊ लगा रहे हैं।
हालांकि, इस मामले पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सतपाल महाराज ने कहा कि वो उनके साथी हैं और विधायक भी हैं। ऐसे में उनकी बात को पार्टी के फोरम में रखा जाएगा। क्योंकि किसी भी विधायक के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए, बल्कि विधायक का सम्मान होना चाहिए।लिहाजा जो भी उनकी व्यथा है पार्टी फोरम पर रखें और कोई भी काम दुर्भावना से नहीं किया जाना चाहिए। यही नहीं, सतपाल महाराज ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बयान पर समर्थन करते हुए कहा कि, हरक सिंह रावत ठीक कह रहे हैं।
बता दें कि 4 सितंबर शनिवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय माल देवता में विज्ञान संकाय भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था। दरअसल बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ कुछ कार्यकर्ताओं की गुटबाजी से इतने नाराज हुए कि वो सबके सामने ही कार्यकर्ताओं से ही भिड़ गए। इतना ही नहीं इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भी जमकर विधायक को खरी-खोटी सुनाई। वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत विधायक के गुस्से के सामने बुत बने नजर आए।