बीते दिन कैबिनेट की बैठक में मौखिक रूप से इस्तीफा देकर सचिवालय से बाहर निकले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत आज पूरे दिन अज्ञातवास में रहने के बाद करीब 6:30 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के साथ ही मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और विधायक उमेश शर्मा काऊ मुख्यमंत्री आवास पहुचे थे। हालांकि, कुछ घंटे बाद ही मुख्यमंत्री आवास में हरक सिंह रावत को छोड़ सभी नेता रवाना हो गए। लेकिन मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री के बीच बातचीत का दौर जारी रहा।
मुख्यमंत्री आवास में करीब 6 घंटे तक यानी देर रात 12:15 बजे तक मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच बातचीत हुई। इस दौरान दोनों लोगो ने एक साथ डिनर भी किया। वही, मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकले हरक सिंह रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी में उनके छोटे भाई हैं। और उनको मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है। मुझे 24 घंटे से गायब होने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि इन पिछले 5 सालों में मेडिकल कॉलेज न बना पाने की वजह से काफी दुखी थे। क्योंकि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने को लेकर पिछले 5 सालों से प्रयास कर रहे थे।
लेकिन उस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया। यही नहीं, कैबिनेट बैठक के दौरान भी उनकी बात नहीं सुनी गई उसे चलते वह गुस्सा होकर वहां से बाहर निकल गए। लेकिन अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वासन दिया है और मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपये शुरुआती तौर पर बजट जारी कराने की बात कही है।