टिहरी और पौड़ी जिले के बीच बने विश्व प्रसिद्ध और ऐतिहासिक लक्ष्मण झूला पुल पर चलने का सपना अब शायद किसी का पूरा नहीं होगा। रविवार को सपोर्टिंग तार टूटने की वजह से लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया है। अब कोई भी पर्यटक और स्थानीय लक्ष्मण झूला पुल से गंगा पार नहीं कर सकेगा। बता दे कि अपनी मियाद पूरी करने के बाद वर्ष 2019 में लक्ष्मण झूला पुल को लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। मगर स्थानीय लोगों की मांग पर फिर से पैदल चलने के लिए अनुमति दी गई थी।
अब सपोर्टिंग तार टूटने की वजह से लोगों की आवाज आई फिर से प्रतिबंधित कर दी गई है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद अब लक्ष्मण झूला पुल को लोगों की आवाजाही के लिए नहीं खोला जाएगा। बता दें कि लक्ष्मण झूला पुल के ठीक बगल में बजरंग पुल के निर्माण का कार्य भी चल रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य में लगी मशीनों की वजह से लक्ष्मण झूला पुल की सपोर्टिंग तार क्षतिग्रस्त होकर टूटी है। हालांकि, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अभी इस आरोप से इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं।
उनका कहना है कि मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद ही तार टूटने के कारण स्पष्ट किए जाएंगे। वही तार टूटने के दौरान लक्ष्मण झूला पुल पर अचानक लोगों में खलबली मच गई। डर की वजह से लोग झूला पुल को खाली कर एक दूसरे छोर पर पहुंचने लगे। जानकारी मिलते ही मुनी की रेती और लक्ष्मण झूला थाना पुलिस अपने-अपने क्षेत्रों के मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी पर्यटक और स्थानीय पुल पर आवागमन न करें इसके लिए मौके पर दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।