उत्तराखंड राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से 6 साल के लिए बर्खास्त किए जाने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों का माहौल काफी गर्म हो गया है। इसी बीच कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष सरिता आर्य ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। दरअसल, बीते दिन सरिता आर्य ने टिकट के सवाल पर यह कहा था कि अगर बीजेपी उन्हें टिकट देती है तो वह भाजपा में शामिल हो जाएंगी। ऐसा ही कुछ आज भाजपा कार्यालय में देखने को मिला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सरिता आर्य को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
आपको बता दें कि सरिता आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती है। और इस बाबत कांग्रेस आलाकमान से टिकट हम भी मांग रही थी, क्योंकि सरिता पिछले 5 सालों से इस विधानसभा सीट से तैयारी कर रही हैं लेकिन कुछ महीने पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में घर वापसी के बाद सरिता आर्य के टिकट कटने की चर्चाएं जोरों शोरों पर थी। क्योंकि संजीव आर्य, ने साल 2017 में इसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और विधायक बने थे ऐसे में अब जब संजीव आर्य कांग्रेस में शामिल हो गए हैं तो वह भी उसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
जिससे नाराज होकर सरिता आर्य ने पहले भी कांग्रेस आलाकमान को इसकी जानकारी दी थी कि उन्हें नैनीताल विधानसभा सीट से टिकट दिया जाए लेकिन स्थिति स्पष्ट ना होने के चलते सरिता आर्य ने बड़ा फैसला लेते हुए कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। हालांकि, कुछ दिनों पहले भी सरिता आर्य ने भाजपा में शामिल होने का हिंट दे दिया था जिसके बाद से ही चर्चाएं थी कि कभी भी सरिता आर्य भाजपा में शामिल हो सकती हैं।