आगामी विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने का ही वक्त बचा है जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक दल दमखम से तैयारियो में जुटी हुई है। इसी क्रम प्रदेश की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी अपनी रणनीतियों के अनुसार जनता के बीच जाकर अपने पार्टी की रीति नीति से लोगों को अवगत करा रही है। यही नहीं, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर जन जागरण अभियान चलाने जा रही है। इससे साथ ही अब कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को रचनात्मक कार्यकर्ता बनाने की कवायद में भी जुट गई है।
दरसअल, जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी भाजपा अपने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं में ना सिर्फ जोश भर रही है। बल्कि, आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता पर काबिज होने संबंधी रणनीतियां और दिशानिर्देश भी समय- समय पर देती आ रही है। इसी क्रम में कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने कार्यकर्ताओं को रचनात्मक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाने की कवायत शुरू कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वर्तमान समय में पार्टियों के कार्यकर्ता सिर्फ पॉलिटिकल कार्यकर्ता ही रह गए हैं।
ऐसे में जरूरी है कि कार्यकर्ताओं को रचनात्मक कार्यकर्ता बनाया जाए। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह अपनी पहचान को रचनात्मक कार्यकर्ता के रूप में बनाएं, जिससे वह सिर्फ एक पॉलिटिकल कार्यकर्ता नहीं रहेंगे। हरदा का मानना है कि रचनात्मक कर सकता वह जो लोगों की समस्याओं के साथ जुड़कर उनकी समस्याओं का निदान करता है ऐसे में वह चाहते हैं की उनके कार्यकर्ता पॉलिटिकल कार्यकर्ता ना बनकर अब रचनात्मक कार्यकर्ता बनें ताकि लोगों की समस्याओं का निस्तारण भी कर सके।