उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को पैदल काफी लंबा सफर तय करना होता है। क्योंकि ना सिर्फ केदारनाथ धाम बल्कि तमाम ऐसे मंदिर भी हैं जहां कई किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ता है। जिसके चलते तमाम यात्रियों के पैरों में दर्द भी शुरू हो जाती है। ऐसे में यात्रियों को फुट मसाज की आवश्यकता पड़ती है। लिहाजा, पर्यटन विभाग, फुट मसाज के जरिए युवाओं को रोजगार देने का प्लान तैयार किया है। जिसके तहत स्थानीय युवाओं को फुट मसाज थेरेपी की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
उत्तराखंड सरकार ने युवाओं को पर्यटन के जरिए रोजगार से जोड़ने की नई प्लानिंग की है। प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ के दर्शन के बाद वापस आने वाले यात्रियों को फुट मसाज थेरेपी दी जाएगी। सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार ने अब प्रदेश के नौजवानों को फुट मसाज थेरेपी की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार का उद्देश्य है कि पर्यटन के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन के जरिए युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो सके।
यही नही, सतपाल महाराज ने कहा कि हम युवाओं की टीम बनाकर उनको कैंपिंग का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं ताकि वह आने वाले समय में पर्यटकों को पहाड़ों पर ले जाकर कैंप करा सकें। महाराज ने कहा कि इसके लिए सरकार युवाओं को स्लीपिंग बैग, राशन, टेंट जैसे सभी जरूरी सामान भी उपलब्ध कराएगी जिससे वह पर्यटकों को कैंपिंग का आनंद दिला सकें। जिसे जहां एक और युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा। तो वहीं, दूसरी ओर पर्यटकों को भी आसानी से सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगे।