उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अचानक दिल्ली दौरे से कयास बाजीयों का दौर शुरू हो गया है। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। ऐसे में चर्चा इस बात की है कि त्रिवेंद्र को भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। यही नहीं, उत्तराखंड राज्य में भू-कानून को लेकर चल रहे घमासान, पर भी दोनों नेताओं से चर्चा हुई है।
सूत्रों की माने तो निकट भविष्य में उत्तराखंड समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी उन्हें संगठन में अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है। लिहाजा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को पार्टी में राष्ट्रीय महामंत्री या फिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व दिए जाने की राजनीतिक गलियारों में चर्चा है। साथ ही उन्हें किसी चुनावी राज्य का प्रभारी भी बनाया जा सकता है। दो अगस्त को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 20 मिनट की मुलाकात के बाद त्रिवेंद्र, गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लगभग 45 मिनट तक बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद कयास तेजी से लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी, क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत को संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है।