प्रदेश के युवाओं को ट्रेकिंग के जरिए मिलेगा रोजगार, बढेंगी पर्यटन गतिविधियां

उत्तराखंड में पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत छह जिलों में 11 ट्रैकिंग सेंटर अधिसूचित किए गए हैं। ऐसे में एमओयू के तहत प्रशिक्षण लेने के लिए ट्रेकिंग ट्रैक्शन सेंटर के इच्छुक उम्मीदवारों को पहले आओ पहले पाओ के तहत मौका दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए गुरुवार को यूटीडीबी में साहसिक पाठ्कम के संचालन के लिए यूटीडीबी और नीम के बीच हुआ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया गया।

ट्रेनिंग के लिए उम्मीदवारों का चयन उत्तराखंड के सभी जिलों के साहसिक खेल अधिकारी व जिला पर्यटन अधिकारी द्वारा किया जाएगा। इन पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 35 वर्ष के बीच होगी। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर उम्मीदवारों को संबंधित जिला पर्यटन अधिकारी द्वारा विभिन्न ट्रेकिंग ट्रैक्शन सेंटर/ ट्रैकिंग मार्गों पर ट्रेकिंग गाइड के रूप में काम करने के लिए एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा।

वही, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि, साहसिक पर्यटन उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखता है। उपरोक्त एमओयू पर हस्ताक्षर होना राज्य के साहसिक पर्यटन क्षेत्र में एक नवीनतम कदम है, जो राज्य में साहसिक पर्यटन को नई ऊचाईयां देगा। इस पहल के जरिए उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को एक नई पहचान मिलेगी।

यही नही, कर्नल अश्विन पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) ने कहा, ‘उत्तराखंड में साहसिक खेलों की अपार संभावना है। प्रदेश भर के युवाओं को इससे जोड़कर उन्हें साहसिक खेलों में भविष्य बनाने में मदद की जाएगी। एमओयू के तहत नीम के अनुभवी प्रशिक्षक प्रदेश भर के युवाओं को पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, लंबी पैदल यात्रा और चिकित्सा पहलू सहित अन्य संबद्ध विषयों के क्षेत्र में सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण देंगे।

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