उत्तराखंड राज्य में इन दिनों यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले के साथ ही विधानसभा में हुई बैकडोर भर्ती का मामला चर्चा में है। हालाकि, विधानसभा में हुई बैकडोर भर्ती का मामला सामने आने के बाद से ही भाजपा के तमाम नेताओं के बयानबाजी करने का सिलसिला जारी है। इसी बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बीते दिन दिल्ली पहुंचे थे जहां उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी तो वहीं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुलाकात की है।
हालांकि, इस मुलाकात के बाद ही उत्तराखंड की राजनीति गलियारों में हलचल शुरू हो गई हैं आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य के विधानसभा सचिवालय में बैक डोर से हुई भर्ती के मामले में न सिर्फ विपक्षी दल समेत प्रदेश के बेरोजगार युवा पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इस पूरे मामले से राष्ट्रीय संगठन भी असहज महसूस कर रहा है यही वजह है कि इस मामले को जल्द से जल्द हटाने की कोशिश भी भाजपा संगठन की ओर से की जा रही है। ताकि आगामी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले इस मामले को पूरी तरह से शांत किया जा सके।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई इस मुलाकात के बाद अब राज्य में और सरगर्मी तेज हो गई है कि आलाकमान त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर क्या कुछ सोच रहा है। प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है। यही नहीं, जहां त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली रवाना हुए थे तो वही त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और प्रेमचंद अग्रवाल भी दिल्ली पहुंची थे। इस दौरान दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने भी तमाम वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की।