मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अचानक दिल्ली बुलाये जाने पर उत्तराखंड की राजनीतिक गलियारों में हलचले तेज हो गयी है। क्योकि सीएम आज, सुबह 10.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। हालांकि सीएम के तमाम कार्यक्रम तय किए गए थे, जिन्हें स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री को हाईकमान के अचानक बुलाने की वजह से तमाम तरह की कयासबाजी लगाई जा रही है।
तो वही, चर्चाएं इस बात की भी है कि सीएम रावत से हाईकमान, विधानसभा चुनाव की रणनीति और उनके उप-चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा कर सकती है। आपको बता दे कि मुख्यमंत्री, रामनगर में आयोजित 3 दिवसीय चिंतन शिविर में शिरकत करने के बाद बुधवार को सीधे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। उन्हें अचानक पार्टी आलाकमान द्वारा दिल्ली बुलाया गया है। जबकि बुधवार को प्रदेश में मुख्यमंत्री के कई कार्यक्रम होने थे।
बुधवार को उन्हें राज्यमंत्री रेखा आर्य के विभागों से जुड़ी योजनाओं की शुरुआत करनी थी। इसके अलावा सचिवालय में शासकीय कार्य में निपटाने थे, लेकिन इस तरह से अचानक उन्हें दिल्ली बुलाया जाने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। गौरतलब है कि रामनगर में हुए तीन दिवसीय बीजेपी चिंतन शिविर में प्रदेश और केंद्रीय स्तर के बड़े नेताओं ने आगामी चुनावी रणनीति को लेकर मंथन किया।
वहीं, इस आयोजन के तुरंत बाद मुख्यमंत्री तीरथ रावत को दिल्ली बुलाया जाना राजनीतिक पंडितों को किसी सियासी हलचल का संकेत दे रहा है। प्रदेश में मौजूदा राजनीतिक हालातों की बात करें तो कांग्रेस भी इस वक्त आगामी चुनावी रणनीति को लेकर दिल्ली में मंथन कर रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री तीरथ रावत को दिल्ली बुलाया जाने से उत्तराखंड में कई तरह की सियासी चर्चाएं शुरू हो गई है।